Siyar Singhi – Shiyar Singi Original Energized GIDAR SIYAR SINGHI SINGI Hatha Hata Jodi Mantra Siddha Puja

 

 

Siyar Singhi - Shiyar Singi

Siyar Singhi – Shiyar Singi

Siyar Singhi

Siyar or a Jackal, which normally has no horn but when it hoots facing downwards, a small bunch of hair with a horn emerges from his body at the forehead. This is considered very sacred and known as Siyar Singhi. It may be of small, medium and big sizes. Having Siyar Singhi gives immense wealth, victory over enemies, success in litigation and law suits, immense wealth, spiritual augmentation, extreme protection, immense prosperity, protection againt black magic, thefts and accidents etc. In Tantra and vedic upaye, this can be used in many ways for example to acquire land and property, vashikaran etc. Siyar singhi is very powerful talisman to remove all sort of obstacles and black magic from human life having natural powers which transfers to the acquirer directly.
Siyar Singhi (used when u face financial problems or financial obstacles)
Put it in plastic or wooden box.
For puja, Keep it in front of you and then think about your problem which you want to solve by doing this puja.
Chant this mantra for 3 Mala for 5 days starting from Tuesday

Mantra: || Om Shring Mahalakshmi Mamkaraya Kuru kuru Namah ||

Keep it in drawer or cash box. Do not keep in worship place.
1 Mala chanting =108 chanting
Mala:- Crystal or kamala gatta Mala.
Asana:- Red or Brown asana

Siyar Singhi - Shiyar Singi

Siyar Singhi – Shiyar Singi

 

सियार सिंगी बहुत ही चमत्कारी वस्तु होती है – इसे घर में रखने से सकारात्मक उर्जा का अनुभव होता है ! सियार सिंगी बालो के एक गुच्छे कि तरह होती है !

असल में सियार के सींग नहीं होते परन्तु कुछ सियारों के नाक के ऊपर बालो का एक गुच्छा बन जाता है – धीरे धीरे वह कड़ा और बड़ा हो जाता है और सींग जैसा बन जाता है इसे सियार सिगी कहते है और यह हजारों में से किसी एक के नाक पर होता है !

इसमें वशीकरण की अद्भुत शक्ति होती है – यदि इसे सिद्ध कर लिया जाए तो यह शक्ति हजारों गुना बढ़ जाती है ! इसके द्वारा आप किसी से भी अपना मनोवांछित काम करवा सकते है ! इसे सिद्ध करने की अनेकों विधियाँ है – पर यदि इसे होली या दीपावली के दिन निम्न विधि से सिद्ध किया जाए तो इसका चमत्कार बड़ी जल्दी नज़र आता है !

आपके सबके लिए एक आसान और प्रमाणिक विधि जो बहुत प्रयासों के बाद मिल सकी है उसका उल्लेख मैं यहाँ कर रहा हूँ और उम्मीद करता हूँ कि यह आप लोगों के लिए उपयोगी होगी और माता महाकाली कि कृपा से आप लोग इसका लाभ ले पाएंगे ! यह विधि दीपावली से दस दिन पहले शुरू की जाती है मतलब दसवां दिन दीपावली होना चाहिये !

|| मन्त्र ||

ॐ चामुण्डाये नमः

 

Siyar Singhi

Siyar Singhi

Siyar Singhi

Siyar Singhi

 

|| विधि ||

दीपावली से दस दिन पहले एक सियार सिंगी का एक जोड़ा लें

२. उसे लाल कपडे पर स्थापित करे

३. लाल आसन बिछा कर लाल वस्त्र धारण कर बैठ जाएँ

४. सरसों के तेल का दीपक जलाएँ

५. सियार सिंगी पर गंगा जल छिड़कें

६. चावल चढ़ाएँ और

७. पांच लौंग साबुत और पांच चोटी इलायची चढ़ाये

उपरोक्त मंत्र २१०० बार जप करे ! जप समाप्ति के बाद अग्नि में २१ आहुति गुग्गल की दे ! ऐसा रोज दीपावली तक करे !

दीपावली वाली रात पूजा के बाद इस नीचे लिखे मन्त्र का सियार सिंगी के सामने ११०० बार जाप करे !

दीपावली वाली रात पूजा के बाद इस नीचे लिखे मन्त्र का सियार सिंगी के सामने ११०० बार जाप करे !

|| मंत्र ||

रंगली पीढ़ी रंगले पावे

जित्थे पुकारा ओथे आवे

नाले अंग नाल अंग मिलावे

नाले घर दा घर खिलावे !!

इस मन्त्र को जपने के बाद सियार सिंगी को किसी चांदी या ताम्बे की डिब्बी में मीठा सिन्दूर डाल कर उसमें पांच लौंग पांच इलायची और एक कपूर का छोटा सा टुकड़ा डाल कर रख ले !

|| प्रयोग विधि ||

जब किसी पर प्रयोग करना हो तो इस डिब्बी को खोल कर सियार सिंगी के सामने दोनों मन्त्रों का एक एक माला जाप करे और उस व्यक्ति का नाम बोल कर चामुंडा मां से उसे अपने अनुकूल करने की प्रार्थना करे और डब्बी को अपनी जेब में रखकर चले जाएँ – आपका कार्य सिद्ध हो जायेगा !

मित्रगण अभी तक बहुत से लोग मुझसे ये पूछ रहे थे कि सियारसिंगी / गीदड़ सिंगी में असली या नकली की पहचान कैसे करें ?

सच कहूँ तो मुझे भी पता नहीं था – लेकिन अब कुछ जानकारी है जिसके आधार पर आप लोग असली और नकली की पहचान कर सकते हैं। परन्तु उसके लिए कुछ समय की जरुरत होती है -!

१. सियारसिंगी के बाल बढ़ते हैं।
२. कुछ लोगों के अनुसार यदि दो सियारसिंगी का जोड़ा साथ रखा जाता है तो उनकी संख्या धीरे-धीरे करके बढ़ने लगती है।
३. कुछ मामलों में सियारसिंगी का आकार भी बढ़ता है – लेकिन इसे बालों का बढ़ना ही कहा जाना बेहतर होगा।
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