Mor pankh se vashikaran in hindi
अपार संपत्ति पाने तथा रूके हुए काम पूरे करने के लिए
अगर आपके काम अटके हुए हैं या आपके मन में धन-वैभव की इच्छा है तो श्रीराधाकृष्ण के मंदिर में मोर पंख की स्थापना करवाएं। प्रतिदिन उस प्रतिमा की पूजा करें तथा 40वें दिन उस मोरपंख को लाकर अपनी तिजोरी या लॉकर में रख दें। उसी दिन से धन-संपत्ति में वृद्धि आरंभ हो जाएगी और लंबे समय से अटके पड़े काम भी पूरे होने लगेंगे।
शत्रु से मुक्ति पाने के लिए
कोई व्यक्ति (या शत्रु) बहुत ज्यादा परेशान कर रहा हो तो किसी मंगलवार या शनिवार को मोर के पंख पर हनुमानजी की प्रतिमा के मस्तक के सिंदूर से एक मोरपंख पर शत्रु का नाम लिखें तथा घर के मंदिर में रात भर रखें। सुबह उठकर बिना नहाए-धोए तथा बिना किसी से बात किए बहते पानी में उस मोरपंख को बहा दें। ऐसा करने से बड़े से बड़ा शत्रु भी मित्र बन जाता है और आपका साथ देने लगता है।
राहू के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए
मोर सर्प का शत्रु है, अतः जिन लोगों की कुंडली में राहू बुरा असर दे रहा हो या कालसर्पदोष हो, उन्हें सदैव मोरपंख अपने साथ रखना चाहिए।
बच्चे की जिद दूर करने के लिए
अगर बच्चा बहुत ज्यादा जिद्दी हो गया है और आपकी कोई बात नहीं मानता है तो उसे रोजाना मोर पंखे से बने पंखे से हवा करें अथवा अपने सीलिंग फैन पर ही मोर पंख चिपका दें। बच्चे का जिद्दी स्वभाव कुछ ही दिनों में अपने आप सही हो जाएगा।
कालसर्पयोग दोष दूर करने के लिए
जिन लोगों की कुण्डली में कालसर्प योग हो उन्हें अपने तकिये के खोल में 7 मोर पंख सोमवार की रात्रि में डालकर उस तकिए का उपयोग करना चाहिए। इसके साथ ही बेडरूम की पश्चिम दिशा की दीवार पर मोर पंखों का पंखा जिसमें कम से कम 11 मोर पंख लगे हों लगा देना चाहिए। इससे कुंडली में राहू-केतू का अशुभ प्रभावकम हो जाएगा।
बच्चे को नजर से बचाने के लिए
नवजात शिशु के सिरहाने पर चांदी के ताबीज में एक मोर पंख भरकर रखने से बच्चे को नजर नहीं लगेगी और उसे डर भी नहीं लगेगा।