Navrati 2015 Tuesday the 13th
कल से शारदीय नवरात्री प्रारम्भ हो रही है ।
किँतु ज्योतिष और काल गणना के अनुसार इस बार नवरात्री मेँ माता आदिशक्ति की उग्र दृष्टि रहेगी ।
क्योँकि मंगल जो उग्रता का कारक है उसके प्रभाव के साथ शुरु होने वाले ये नवरात्री मंगल के ही दिन समाप्त भी होँगे ।
माना जाता है कि शनिवार और मंगल के दिन माता के नवरात्रे पडने पर माता अश्व (घोडे) पर सवार होकर आती है जिससे राजाओँ मेँ युद्ध या देश मेँ गृहयुद्ध अथवा पडोसी देशोँ से युद्ध की परिस्थिति बनती है । इस दिन से नवरात्रि शुरु होने पे माता अपने उग्र रुप मेँ रहती है जिस कारण छोटी से छोटी गलती पर भी माता कुपित हो सकती है अतः ऐसी स्थिति मेँ मंगल के दिन नवरात्री पर माता के साथ महादेव शिव जी का पूजन अवश्य करें । और माता के पूजन के बाद हनुमान जी की पूजा भी अवश्य करेँ ऐसा करने पर माता की दृष्टि अपने भक्त पर दयामयी होकर रक्षण करती है अतः इन नवरात्रि पर समय और पूजन का ध्यान रखते हुए शुद्ध भाव से व्रत रखेँ ।
जय आदिशक्ति जीण माता की