पुतली प्रयोगसे आप किसी को भी वश कर सकते हे। किसी का भी उच्चाटन या किसी को नुकसान भी पहोचा सकते हे।पुतली प्रयोग मंत्र
मंत्र: ॐ नमो आदेश गुरुका, अमरई बांधु, जमरी बांधु, दस ध्वार बांधु, कामण बांधु, निर्मल गोरखनाथको बांधु, ‘अमुक’ को न बांधे तो लुणा चमारी कुंडमे पड़े। शब्द साचा, पिंड काचा, कुरोमंत्र, ईश्वरो वाचा॥
उक्त मंत्र मे ‘अमुक’ के स्थान पर स्त्री या पुरुष जिस पर आप प्रोयोग करना चाहते हो उसका नाम ले। यह प्रयोग रात्री के ११ बजे के बाद ही करे।
प्रयोग विधि
प्रयोग करने के लिए मोम की १ पुतली बनाए। फिर ९ लोहे की कील या सूई ले। हर एक कील या सूई के ऊपर
उक्त मंत्र १०८ बार पढ़कर तसवीर मे बताए गए स्थान पर भोकदे। यह ९ कील या सूई को भोकने के बाद पूतालिकों कील के साथ जंगलमे या किसी वीरान जगह पर गाद दीजिये। यह प्रयोग चौदश या अष्टमी के दिन ही करना हे ये मत भूलिए। इस प्रयोग को एकांतमे ही करिए। कोई देखेगा तो प्रयोग निष्फल हो जाएगा।
अच्छे विचारसे करोगे तो अच्छा फल मिलेगा। खराब विचारसे किया जाए तो करनेवाला हेरान परेशान हो जाएगा।
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