धन प्राप्ति का तुरंत असर देने वाला माँ लक्ष्मी का मंत्र प्रयोग
Wealth Mantra of Goddess Lakshmi
मंत्र साधने का समय
आर्थिक संपन्नता के लिए अश्विनी नक्षत्र और मंगलवार का योग हो उस दिन के पहले पाच दिनसे यानि की शुक्रवार की रात ९ बजे से १ बजे तक यानि ४ घंटे तक हररोज यह मंत्र की ४२ माला कीजिए। और पांचवे दिन मंगलवार को रात को १ बजे तक कुल २१०० मंत्र जप पुरे करने चाहिए। बाद मे रोज १ या २ माला करेंगे तो चलेगा।
साधना की सामग्री
लक्ष्मी मंत्रकी साधना के लिए नीचे बताई सामग्री की जरीरत पड़ेगी।
एक बाजोठ, उसके ऊपर बिछाने के लिए लाल रेशमी वस्त्र, चावल ५२५ ग्राम(लाल रेशमी वस्त्र पर चावल का स्वस्तिक बनाने के लिए), स्वस्तिक ऊपर रखने के लिए १ श्रीफल, यह श्रीफल के आगे माँ काली की या माँ लक्ष्मी की छबि रखिए। अच्छी खुशबूवाली अगरबत्ती और लोबान का धूप करिए, सुद्ध घी का दीपक जलाए, जब तक प्रयोग चले तब तक जलता रहना चाइए, लगभग ४ घंटे तक। लाल पुष्प, लाल-गंध, हल्दी, कंकु-अबील-गूलाल, कपूर, सिंदूर, अष्टांग पूजा करके निवेध(भोग) के लिए हरे नारियल मे गुड मिलाकर तैयार रखे, पंचामृत स्नान के लिए तांबेका या चांदीका कलश, चम्मच,पंचपात्र, पनि का लोटा। मुखवास के लिए नागरवेल के पाँच पान, तीन सूपारी, तीन बादाम, तीन खारेक, और कोई भी १ फल की आवश्यकता होगी।
इतनी सामग्री तैयार रखकर प्रथम संकल्प मंत्र से देविका पूजन करके निवेध(भोग) लगाए। फिर आरती उतरकर फिर मंत्र जप की विधिसर शुरुआत करे।
संकल्प मंत्र:
॥ ॐ अस्य श्री महाकाली मंत्रस्य आनंदे भैरव ऋषि:
अनुष्टुप छंद: श्री महाकाली देवता ॐ क्रीं शक्ति: ॥
कंकीलकं ममं संपाद कक्षरूपिका
प्राप्यर्थम् जपे विनियोग: ॥
इस तरह संकल्प करनेके बाद देह शुद्धि न्याश करना जरूरी हे।
ॐ अंगुष्टाभ्यां नमः
क्रीं तर्जनीभ्यां नमः॥
कं मध्यमाभ्यां नमः
ओंम अनामिकाभ्यां नमः॥
क्रीं कनिष्टिकाभ्यां नमः
कंकरतल करपुष्टाभ्यां:॥
ॐ ह्रदयाय नमः
कं शिरे से स्वाहाः॥
कं शिखे यैं वषट
ॐ कवचाय हुं॥
क्रीं नेत्राय वोषट
कं अस्त्राय फट॥
ओम क्रीं दिगबंध
इस प्रकार सर्वांग न्याश करनेके बाद देवी कलिकाका या श्री लक्ष्मी का जो तसवीर आपने श्रीफल के सामने रखी हो उनका नीचे बताएगए श्लोक पढ़कर ध्यान धरे।
श्री दुर्गे, श्री महाकाली सर्वसंपद् प्रदयिनी ॥
महृं धनं सुखं देही, त्वामहं शरणं व्रज ॥
उक्त श्लोकसे देविका ध्यान धरने के बाद नीचे दिया गये मंत्र को हाथमे माला लेकर जपे।
ॐ क्रीं कं काली महाकाली
कामक्ष्या द्रविणं देही स्वाहा ॥
यह मंत्र जपकी हररोज ४२ माला करनी हे, यह क्रम पांच दिन तक चालू रखना हे। इस प्रकार पांच दिनमे २१००० मंत्र जपकी संख्या पूरी हो जाएगी।
हररोज ४२ माला पूरी करनेके बाद आखिर मे उत्तर न्याश करलेना। उत्तर न्याश मे नीचे बतायागया मंत्र पढ़ना होगा।
ॐ कीं कं दिगविमोक
यह विधि प्रयोग साधक खुद करे तो अच्छा हे।
माँ लक्ष्मी आपको अपार धन दे यही प्रार्थना। माँ काली आपकी हर मनोकामना पूर्ण करे।